5 लाख इनामी आतंकी को पकड़ने के बदले दो पुलिसकर्मियों को मिला आउट ऑफ टर्न प्रमोशन, सत्येंद्र रघुवंशी निरीक्षक और आरक्षक राहुल जाट प्रधान आरक्षक जिला बल में हुए पदोन्नत
Two policemen got out of turn promotion for catching a terrorist with a bounty of Rs 5 lakh, Inspector Satyendra Raghuvanshi and constable Rahul Jat were promoted to head constable in the district force

डेली जर्नल हिंदी
रतलाम, एनआईए की तरफ से घोषित 5 लाख के इनामी आतंकवादी को पकड़वाने में शहर के दो पुलिसकर्मियों का मुख्य योगदान रहा और इसी सराहनीय कार्य के चलते इन्हें पदोन्नति दी गई। ये दो पुलिसकर्मी है उप निरीक्षक सत्येंद्र रघुवंशी और एक आरक्षक राहुल जाट। इनाम के तौर पर इन्हें आउट आफ टर्न पदोन्नत किया गया है। सत्येंद्र रघुवंशी को उप निरीक्षक से निरीक्षक और आरक्षक राहुल जाट को कार्यवाहक प्रधान आरक्षक से प्रधान आरक्षक जिला बल में पदोन्नत किया गया।
भोपाल पुलिस मुख्यालय से जारी आदेश में बताया कि रतलाम के थाना स्टेशन रोड अंतर्गत शेरनीपुरा में 2 अप्रैल 2025 को प्रतिबंधित आंतकी संगठन अलसुफा का सदस्य और एनआईए का 5 लाख रुपए उद्घोषित फरार आरोपी फिरोज उर्फ सब्जी को रतलाम पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इस इनामी आतकवादी की गिरफ्तारी मे उप निरीक्षक सत्येन्द्र रघुवंशी और कार्यवाहक
प्रधान आरक्षक राहुल जाट की भूमिका अहम थीं। इसी भूमिका के तहत दोनों को क्रम से पूर्व पदोन्नत किये जाने के लिए प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय, भोपाल को प्रेषित किया गया था। अब जारी आदेश में इन्हें पदोन्नत किया गया।
पदोन्नत का प्रस्ताव क्रम से पूर्व पदोन्नति समीक्षा समिति के समक्ष पेश किया गया। प्रस्ताव का समीक्षा समिति द्वारा सूक्ष्मता से अध्ययन किया गया जिसमे समिति ने उप निरीक्षक सत्येन्द्र रघुवंशी, जिला रतलाम और कार्यवाहक प्रधान आरक्षक 67 राहुल जाट जिला रतलाम की ओर से किये गए इस उत्कृष्ट कार्य के तहत उन्हे क्रम से पूर्व पदोन्नति प्रदान करने की अनुशंसा की गई। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक, उज्जैन जोन, उज्जैन द्वारा प्रेषित प्रस्ताव एवं क्रम से पूर्व पदोन्नति समीक्षा समिति के प्रतिवेदन के आधार पर निम्न शासकीय सेवकों की उल्लेखनीय भूमिका होने के फलस्वरूप पूर्ण विचारोपरांत इन्हें पुलिस रेग्युलेशन के पैरा 70 (ख) के अंतर्गत इनके नाम के सम्मुख अंकित अगले उच्च पद पर कार्यभार ग्रहण करने के दिनांक से क्रम से पूर्व पदोन्नति की अनुमति प्रदान की गई।