जीडी अस्पताल की बड़ी लापरवाही से गई नैना भाटी की जान लेकिन जिला अस्पताल प्रशासन ने दे दी जीडी अस्पताल को क्लीन चिट, परिवार न्याय के लिए भटक रहा

Naina Bhati lost her life due to the negligence of GD hospital but the district hospital administration gave clean chit to GD hospital, the family is wandering for justice

जीडी अस्पताल की बड़ी लापरवाही से गई नैना भाटी की जान लेकिन जिला अस्पताल प्रशासन ने दे दी जीडी अस्पताल को क्लीन चिट, परिवार न्याय के लिए भटक रहा

डेली जर्नल हिंदी डेस्क 

जावरा की नैना भाटी तो याद होगी, नहीं याद है तो हम याद दिला देते है। ये वहीं महिला है गंभीर स्थिति में पलंग पर पड़े रहने को मजबूर करने वाला जिम्मेदार ओर कोई नहीं बल्कि रतलाम का जाना पहचाना जीडी अस्पताल है। इसी अस्पताल की एक बड़ी गलती की वजह से नैना भाटी पलंग आ गई थी और अचेत जैसी स्थिति में थी। लेकिन अब नैना 5 मई को यह दुनिया छोड़ चुकी है। नैना की हालत के जिम्मेदार अस्पताल की शिकायत के लिए उनका परिवार दर दर भटक रहा है। लेकिन मजाल है कि प्रशासन या जिला अस्पताल इस पर कोई कार्रवाई कर दे। बल्कि सारे सबूत देने के बावजूद जिला अस्पताल ने जांच में सांठ गांठ कर जीडी अस्पताल को क्लीन चिट दे दी। 

अब परिवार न्याय के लिए भटक रहा है

नैना भाटी के भाई अभिषेक वर्मा ने नैना की मृत्यु के बाद जीडी अस्पताल के खिलाफ रतलाम एसपी अमित को शिकायत की थी। एसपी ने जांच के आदेश दिए है जिसके तहत अभिषेक वर्मा शनिवार को रतलाम आईए थाने में अपना बयान दर्ज करवाने पहुंचे थे। नैना के भाई अभिषेक और उनके परिवार की मांग है कि जीडी अस्पताल के दो मुख्य डॉक्टर और अस्पताल का लाइसेंस निरस्त किया जाए। 

बता दें कि हाथ में फ्रैक्चर होने पर नैना भाटी जीडी अस्पताल पहुंची थी। यहां ऑपरेशन के दौरान जीडी अस्पताल की लापरवाही के चलते नैना ऐसी स्थिति में चली गई थी कि ना किसी बात कर सकती थी, ना चल सकती थी और ना खाना खा सकती थी। वह केवल सुन सकती थी और हल्का पलका उंगली के इशारे से जवाब देती थी। देखना यह है कि अब एसपी अमित कुमार नैना देवी को इंसाफ दिला पाते है या नहीं। 

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