डीपी ज्वेलर्स झांकीबाजी के चक्कर में खुद ही विवादों घपलों में फंसा, निगम ने अनाधिकृत होर्डिंग लगाने पर 1 लाख 80 हजार रुपए भरने का सौंपा नोटिस, आवासीय अनुमति पर बना दी तीन मंजिला व्यावसायिक इमारत और कर डाला बड़ा उद्घाटन, अब निगम की सख्त कार्रवाई का इंतजार

DP Jewelers got itself embroiled in controversies due to its show-off, the corporation served a notice to pay Rs 1.8 lakh for putting up unauthorized hoardings

डीपी ज्वेलर्स झांकीबाजी के चक्कर में खुद ही विवादों घपलों में फंसा, निगम ने अनाधिकृत होर्डिंग लगाने पर 1 लाख 80 हजार रुपए भरने का सौंपा नोटिस, आवासीय अनुमति पर बना दी तीन मंजिला व्यावसायिक इमारत और कर डाला बड़ा उद्घाटन, अब निगम की सख्त कार्रवाई का इंतजार
Dp jwellers curroption in ratlam

डीपी ज्वेलर्स झांकीबाजी के चक्कर में खुद ही विवादों घपलों में फंसा, निगम ने अनाधिकृत होर्डिंग लगाने पर 1 लाख 80 हजार रुपए भरने का सौंपा नोटिस, आवासीय अनुमति पर बना दी तीन मंजिला व्यावसायिक इमारत और कर डाला बड़ा उद्घाटन, अब निगम की सख्त कार्रवाई का इंतजार

डेली जर्नल हिंदी डेस्क 

रतलाम, डीपी ज्वेलर्स शहर में अपनी झांकीबाजी दिखाने के चक्कर में खुद ही विवादों और घपलों में फंसता दिखाई दे रहा है। पहले तो ऐसे कथावाचक को बुलाया जो कथा तो कम, विवादित बयान और मुस्लिमों के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी और शहर के लोगों को भड़काने का काम कर चले गए। इसके बाद अब डीपी ज्वेलर्स पर दो घपलों ओर उजागर हुए है। एक घपला जिसमें बिना अनुमति के शहर में जगह जगह ढाई बाय तीन फिट के होर्डिंग और स्वागत द्वार लगा डाले, जिसका रतलाम नगर निगम ने 1 लाख 80 हजार रुपए की राशि को फाइन के तौर पर जमा करने को लेकर नोटिस जारी किया है। निगम ने मध्य प्रदेश आउटडोर मीडिया अधिनियम 2017 का हवाला देते हुए करीब 60 हजार रुपए प्रतिदिन का भुगतान डीपी ज्वेलर्स को करना होगा। तीन दिनों 14 अप्रैल से 16 अप्रैल तक के हिसाब से यह राशि 1 लाख 80 हजार रुपए तय की गई। निगम ने अपने नोटिस पत्र में यह भी लिखा है कि यदि डीपी ज्वेलर्स के लगाएं सभी अनाधिकृत बैनर या होर्डिंग 24 घंटे के भीतर नहीं हटाए गए तो 60 हजार प्रतिदिन के हिसाब से अतिरिक्त वसूल किया जाएगा। 

अनुमति आवासीय इमारत की, बना ली तीन मंजिला अवैध व्यावसायिक इमारत 

वहीं डीपी ज्वेलर्स ने दूसरा घपला वार्ड 16 स्थित गोपाल गौशाला कॉलोनी के प्लाट नंबर 1 पर बनी अपनी व्यवसायिक इमारत में किया जिसमें भवन अनुमति आवासीय के लिए ली गई लेकिन उसमें व्यावसायिक निर्माण कर नियमों के विपरीत कार्य किया गया। इसमें कहीं ना कहीं गैरजिम्मेदार अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने है। इस तरह से ऐसे कई व्यावसायिक इमारतें है जो आवासीय अनुमति लेकर उसमें व्यवसाय कर रहे है। 

डीपी ज्वेलर्स का इस बड़े घपले की शिकायत वार्ड क्रमांक 16 की महिला पार्षद भावना हितेश पैमाल ने बीती 4 अप्रैल को अपने लेटर हेड पर की थी। महिला पार्षद भावना पैमाल ने अपने शिकायती पत्र में लिखा था कि वार्ड क्रमांक 16 में स्थित गौपाल गौशाला कॉलोनी के प्लाट नम्बर 1 पर जारी भवन अनुज्ञा क्रमांक PMT/RAT/0250/339/2024 विकास कुमार पिता रतनलाल कटारिया के नाम से जारी भवन अनुज्ञा जो कि पूर्णतः आवासीय भुखण्ड होकर आवासीय अनुज्ञा जारी की गई है। इसमें स्वीकृत नक्शे के अनुसार भु–तल पर एक दुकान के साथ आवास दर्शाया गया है और बाकी की तीन मंजिल पर पूर्ण आवासीय दिखाया गया है। केकेलेकिन जारी अनुज्ञा के विपरित जाकर पूरे भवन का निर्माण व्यवासयिक रूप से किया गया है और एक बड़े ज्वेलरी शोरूम के रूप में पूरे भवन का निर्माण कर शहर में बडे पैमाने पर इसका उद्घाटन किया गया। 

गैर जिम्मेदारों लापरवाह अधिकारियों ने महिला पार्षद की इस शिकायत को नजरअंदाज कर बड़ी लापरवाही की है। शिकायत के बाद इस ज्वेलर्स शॉप ने बड़े आयोजन किए और मन माफिक होर्डिंग लगाए। शहर में अपने शोरूम का इतना ढिंढोरा पीटने की हिम्मत तो तभी होगी जब इस पर कोई बड़ा राजनैतिक संरक्षण हो। धीरेंद्र शास्त्री को कथा का आयोजन कर अपनी ताकत दिखाई। देखना यह है कि इमारत अनुमति को लेकर निगम क्या कार्रवाई करता है। वहीं डीपी ज्वेलर्स 1 लाख 80 हजार की राशि भी जमा करता है या फिर केवल नोटिस दिखावे के लिए जारी किया गया हो। 

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