रतलाम पुलिस द्वारा ‘‘सेफ क्लिक’’ अभियान का जारी,मेडिकल कॉलेज रतलाम में कार्यशाला आयोजित कर बताया साइबर अपराध से कैसे बचे
Safe Click campaign continues by Ratlam Police organized a workshop in Medical College Ratlam and told how to avoid cyber crime

रतलाम पुलिस द्वारा ‘‘सेफ क्लिक’’ अभियान का जारी,मेडिकल कॉलेज रतलाम में कार्यशाला आयोजित कर बताया साइबर अपराध से कैसे बचे
डेली जर्नल हिंदी डेस्क
रतलाम, नागरिकों साइबर अपराध से बचने के लिए पुलिस सेफ क्लिक अभियान के माध्यम से लगातार जागरूक करने में लगी है। यह अभियान 1 फरवरी से 11 फरवरी तक चलाया जाएगा। पुलिस चौराहों पर, इंस्टीट्यूट पर जाकर लोगों को इससे बचने के तरीके बता रही है। वहीं इसके शिकार होने के कारणों को भी बेहतर तरीके से समझा रही है। किस किस तरीके से साइबर अपराध हो रहे है उन तरीकों को भी समझाया जा रहा है। सतर्क रहकर और लालच में ना आ कर इससे लड़ा जा सकता है। इसी अभियान की एक कार्यशाला मेडिकल कॉलेज रतलाम में आयोजित की गई। इसमें साइबर अपराध करने के तरीके, इससे बचने के तरीके और किन कारणों से यह अपराध घटित होते है, यह सब कुछ बताया गया। फिर भी यदि आपको लगता है कि आपके साथ सायबर धोखाधड़ी हुई तो आप तुरंत बिना देरी करें राष्ट्रीय सायबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या रतलाम पुलिस सायबर हेल्पलाइन नंबर 7049127420 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करवा सकते है।
पुलिस महानिदेशक महोदय के निर्देशन पर पुलिस अधीक्षक रतलाम अमित कुमार के मार्गदर्शन में रतलाम पुलिस द्वारा समाज में सायबर अपराधों एवं हिंसा की रोकथाम और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सायबर सुरक्षा जन जागरुकता अभियान ''सेफ क्लिक'' चलाया जा रहा है।
अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतलाम राकेश खाखा, उप पुलिस अधीक्षक महिला शाखा अजय सारवान के मार्गदर्शन में सभी एसडीओपी, सीएसपी एवं थाना प्रभारियों के नेतृत्व में 10 दिवसीय अभियान की कार्ययोजना तैयार की गई है। पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले के सभी नागरिकों से रतलाम पुलिस के इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग करने की अपील की गई।
अंजान वीडियो कॉल से डरे नहीं, बेहतर होगा अनजान वीडियो कॉल न उठाएं
मेडिकल कॉलेज में हुई कार्यशाला की शुरुआत में डीजीपी कैलाश मकवाना, पुलिस अधीक्षक अमित कुमार के संदेश का वाचन किया गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा, नगर पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र घनघोरिया, थाना प्रभारी वीडी जोशी द्वारा मेडिकल कॉलेज रतलाम में मेडिकल स्टाफ एवं स्टूडेंट्स को सायबर अपराधों एवं धोखाधड़ी के प्रति जागरूक किया। एएसपी खाखा ने बताया कि किस प्रकार आजकल डिजिटल अरेस्ट के नाम पर धोखाधड़ी हो रही है। इनसे बचने के लिए क्या करे? और क्या न करे ? बताया कि जिसे लेकर ब्लैकमेलिंग होती है उसे तुरंत कॉल कर कन्फर्म करें कि क्या उसे कोई समस्या है या वह ठीक है। व्हाट्सएप पर अनजान कॉल नहीं उठाए। व्हाट्सएप वीडियो कॉल पर यदि कोई बड़ा जज या पुलिस अधिकारी या सीबीआई का अधिकारी बताता है तो उसे निडर होकर बात करें और उसकी शिकायत करने बात करें। डरेंगे तो वह और डराएगा। साथ ही किसी अनजान इमोशनल कॉल कर न लालच में आए और सतर्क रहे।
संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें, इसमें भी लालच से ही फंसता है व्यक्ति
नगर पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र घनघोरिया द्वारा बताया गया कि आजकल स्मार्ट फोन एवं सोशल मीडिया के दौर में फोन और सोशल मीडिया अकाउंट्स की सेफ्टी बहुत आवश्यक है। हम किस प्रकार छोटी छोटी सावधानियां रखकर किसी बड़े फ्रॉड से बच सकते है। थाना प्रभारी वी डी जोशी द्वारा बताया कि संदिग्ध लिंक, अज्ञात कॉल और फर्जी ईमेल से सतर्क रहें एवं अपने बैंकिंग विवरण और ओटीपी किसी के साथ साझा न करें। सायबर सेल प्रभारी उनि राजा तिवारी द्वारा आजकल चल रहे सायबर फ्रॉड के नए नए तरीकों एवं बचने के उपायों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम पश्चात महाविद्यालय डीन श्री मति डॉ अनीता मुथा द्वारा पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं टीम का आभार प्रदर्शन किया गया।
ये रहे कार्यक्रम में उपस्थित
कार्यक्रम में चिकित्सा महाविद्यालय डीन डॉ अनीता मुथा, हॉस्पिटल सुप्रिटेंडेंट श्री डॉ प्रदीप कुमार मिश्रा, सहायक सुप्रिटेंडेंट डॉ विनय शर्मा, डॉ अंकित शर्मा, सायबर सेल प्रभारी उनि राजा तिवारी, प्र आर हिम्मत सिंह, मयंक व्यास, मेडिकल टीचर्स, नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ, मेडिकल स्टूडेंट्स उपस्थित रहे।
जिले के सभी थाना स्तरों पर एसडीओपी, सीएसपी थाना प्रभारियों द्वारा शैक्षणिक संस्थाओं एवं सार्वजनिक स्थानों पर पहुंचकर बच्चों एवं आम नागरिकों को सायबर अपराधों के प्रति जागरूक किया गया।