मेवासा में प्रेम प्रसंग में पीटकर हत्या का मामला : फरियादी मृतक आयुष के माता पिता को बनाना था, सब इंस्पेक्टर ने एफआईआर में खेल कर आरोपियों की बेटी को बना दिया फरियादी, एसपी ने तत्काल हटाया
Case of murder by beating in love affair in Mevasa: The complainant was to be the parents of deceased Ayush, the sub-inspector played with the FIR and made the daughter of the accused the complainant, SP immediately removed him

डेली जर्नल हिंदी डेस्क
रतलाम जिले के नामली थाना क्षेत्र के मेवासा गांव में 17 वर्षीय नाबालिग की नृशंस हत्या में एक सब इंस्पेक्टर की लापरवाही से पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े है। दरअसल वारदात की रात गांव के ही एक चौकीदार ने थाना इंचार्ज और बीट प्रभारी सब इंस्पेक्टर राजेंद्र कुमार चौहान को मोबाइल कर सूचना दी थी, लेकिन चौहान ने लापरवाही बरतते हुए चौकीदार को 100 डायल पर कॉल करने की सलाह दी और खुद मौके पर नहीं पहुंचे। इसके बाद चौहान ने नृशंस हत्या की एफआईआर में धांधली करते हुए आरोपियों की नाबालिग बेटी को ही फरियादिया बना दिया। इसपर एसपी अमित कुमार ने लापरवाही बरतने के आरोप में नामली थाना प्रभारी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर आरके चौहान को सस्पेंड कर दिया है।
विशेष सूत्रों से मिली के मुताबिक सब इंस्पेक्टर राजेंद्र कुमार चौहान ने नामली थाने में दर्ज एफआईआर को ऐसे गोलमाल तरीके से लिखा कि मर्ग कायम होने पर फरियादी मृतक के माता पिता को बनाना था लेकिन सब इंस्पेक्टर ने एफआईआर में धांधली करते हुए आरोपियों की बेटी को फरियादी बना दिया। इसमें आरोपियों के बचने चांस काफी बढ़ चुके है। कानून के सलाहकार के मुताबिक पुलिस को अब इसमें जांच में लेकर मामले में बदलाव करने होंगे। फिलहाल दर्ज एफआईआर में अब कोई बदलाव नहीं किया जा सकता है। इस लापरवाही में एसपी अमित कुमार ने सब इंस्पेक्टर को थाने से हटा दिया।
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