बेगुनाह और मजलूमों के लिए निःशुल्क कानूनी मदद दे रहा एपीसीआर (एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स), शहर आए एपीसीआर के स्टेट कॉर्डिनेटर पठान ने बैठक लेकर ह्यूमन राइट्स और कानून के बारे में दी जानकारी
APCR (Association for Protection of Civil Rights) is providing free legal help to the innocent and the oppressed, State Coordinator of APCR Pathan came to the city and took a meeting and gave information about human rights and law

बेगुनाह और मजलूमों के लिए निःशुल्क कानूनी मदद दे रहा एपीसीआर (एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स), शहर आए एपीसीआर के स्टेट कॉर्डिनेटर पठान ने बैठक लेकर ह्यूमन राइट्स और कानून के बारे में दी जानकारी
डेली जर्नल हिंदी डेस्क
रतलाम, एपीसीआर याने कि एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स, जो एक गैर-सरकारी संस्था है। इसकी स्थापना 2006 में समाज के शोषित-वंचित वर्गों के मानवाधिकारों की सुरक्षा के लिए की गई थी। यह अधिवक्ता, सामाजिक गतिविधियों और जमीनी स्तर के पैरालीगल सामाजिक कार्यकर्ताओं से बना है। इसमें सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज भी इसमें सदस्य है। संस्था हाल फिलहाल वर्तमान में 17 राज्यों में काम कर रही है। यह संस्था सजा याफ़्ता बेगुनाहों के हम के लिए काम करती है।
रतलाम में बीते बुधवार को एपीसीआर याने कि एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स के बैनर तले एक इंट्रोडक्शनरी बैठक का आयोजन किया गया। इसमें एपीसीआर की ओर से मध्य प्रदेश के प्रदेश कॉर्डिनेटर ज़ैद पठान बतौर मेहमान ए खुसूसी उपस्थित रहे। पठान ने बैठक में मौजूद सदस्यों और लोगों को बताया कि एपीसीआर की मदद से किस तरह कानूनी लड़ाई लड़ने का सहारा लिया जा सकता है और एपीसीआर समाज के प्रत्येक वर्ग के मज़लूमो, बेगुनाह मुकदमों में फंसे पीड़ितों के लिए निशुल्क कानूनी मदद दे रहा है। पठान ने यह भी बताया कि यदि कोई बेगुनाह एपीसीआर से इंसाफ दिलवाने की विनती करता है तो पहले एपीसीआर उसका बैकग्राउंड भी चेक करती है।
इसके बाद उसके कैसे को स्टडी कर उसे वही। मदद के लिए आगे कदम बढ़ाया जाता है। यदि किसी को लगता है कि वह बिना वजह केस फंसा हुआ है तो वह एपीसीआर की शरण में आ सकता है। इससे पहले एपीसीआर के नियमों को जानना होगा। एपीसीआर किसी आपराधिक तत्व के लोगों के लिए आगे नहीं आता है। यह सिर्फ बेगुनाह पीड़ित लोगों के लिए ही कार्य करता है। रतलाम में एडवोकेट ज़ुबैर बरकाती से संपर्क किया जा सकता है।
कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट ज़ुबैर खान बरकाती ने किया। आभार एडवोकेट जहीरूद्दीन ने माना। व्यवस्था प्रमुख शोएब खान पठान, नदीम बरकाती शादाब बरकाती और जावेद रिज़वी द्वारा संभाली। इसमें रतलाम शहर व पूरे जिले के खास और चुने हुए लोग तशरीफ लाए थे। एडवोकेट रिजवान खान और एडवोकेट मोहसिन ने कानूनी मामलों के बारे में जानकारी दी। एडव्होकेट इमरान कुरेशी, एडव्होकेट इमरान खान और अन्य एडवोकेट व पत्रकार मौजूद रहे।